राष्ट्रीय लोक अदालत में आज 74116 वाद निस्तारित।

बस्ती(उ.प्र.)-   8 मार्च 2025,राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बस्ती के तत्वाधान में आज दिनांक 08, मार्च, 2025 को माननीय जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री विनय कुमार द्विवेदी के कुशल मार्गदर्शन में तथा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बस्ती अपर जिला जज श्री अनिल कुमार के प्रभार में जनपद न्यायालय परिसर, सभी ग्राम न्यायालय, सभी तहसील, राजस्व न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया, जिसमें जिलाधिकारी महोदय श्री रवीश गुप्ता एवं श्रीमान पुलिस अधीक्षक, श्री अभिनन्दन एवं जिला कारागार अधीक्षिका सुश्री अंकेक्षिता तथा अन्य विभाग का सराहनीय सहयोग रहा।

उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकार के कुल 74116वादों का निस्तारण किया गया जिसमें बैंक ऋण व अन्य प्रकार से सम्बन्धित प्री-लिटिगेशन स्तर पर 65091मामलों का एवं न्यायालयों के 9025 वादों का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर कराया गया। उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा कुल 72  मामलों निस्तारित किए गए जिसमें रू० 15377200/-  की धनराशि क्षतिपूर्ति के रूप में प्रदान की गई एवं आपराधिक वादों के निस्तारण के फलस्वरूप कुल रू.  379380/- की धनराशि अर्थदण्ड एवं अन्य मामलों में कुल रू०32263333/-  इस प्रकार कुल रू०32642713/- की धनराशि वसूल की गई। इसके अतिरिक्त बैंक ऋण के 423 मामलों को निस्तारित कराकर बैंकों द्वारा रू. 36143079/- की धनराशि पर समझौता किया गया। 

  परिवार न्यायालय से कुल 60 मामलें निस्तारित हुए। बरसों से मुकदमा लड़ रहे अनेक दंपत्ति आज राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह समझौता करके साथ -साथ रहने को सहमत हुए। अनेक उजड़ें हुए घर पुनः बस गए। 

उपभोक्ता फोरम के 44 मामले निस्तारित हुए एवं रू० 10429180/- की धनराशि निस्तारण उपरान्त अर्थदण्ड के रूप निर्धारित की गयी।

उक्त लोक अदालत में माननीय पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण श्री अखिलेश दूबे, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय कु० आराधना रानी,  अपर जिला जज प्रथम श्री शिव चन्द, अपर जिला जज/ विशेष न्यायाधीश (ई०सी० एक्ट) राम करन यादव, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री आशीष कुमार राय, सिविल जज (सी०डी०) अमित मिश्रा समेत न्यायिक अधिकारीगण ने प्रतिभाग लिया।

उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला कारागार, बस्ती में निरूद्ध बन्दियों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प कला की प्रदर्शिनी भी लगाई गई, जो आम जन के क्रय हेतु भी उपलब्ध थी एवं कुछ आगंतुकों द्वारा उपलब्ध सामग्रियों को क्रय भी किया गया था एवं आगंतुकों के जलपान हेतु तहरी/खिचड़ी की भी व्यवस्था की गई थी।